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इतिहास रंगा है तैमूर के ज़ुल्म की कहानियों से
2 करोड़ लोगो की हत्या करने वाला तैमूरलंग

तैमूरलांग (जिसका अर्थ है तैमूर द लंगड़ा), जिसे 'तैमूर', 'तैमूर' या 'तैमूर' भी कहा जाता है, (8 अप्रैल 1336 - 18 फरवरी 1405) चौदहवीं शताब्दी का शासक था जिसने तैमूर परंपरा की स्थापना की थी। उसका दायरा पश्चिम एशिया से मध्य एशिया से लेकर भारत तक फैला हुआ था। उन्हें बरलास तुर्क परिवार में दुनिया में लाया गया था।

जिस समय तैमूर ने भारत पर आक्रमण किया, उस समय उत्तर भारत पर तुगलक परम्परा का नियंत्रण था। १३९९ में तैमूर लंग द्वारा दिल्ली की घुसपैठ को तुगलक साम्राज्य के अंत के रूप में देखा जाना चाहिए। जिस समय तैमूर मंगोलों की भीड़ लेकर आया, उसने किसी भी तीव्र प्रतियोगिता का सामना नहीं किया और वह मारते हुए मज़े से आगे बढ़ा।

तैमूर की घुसपैठ की घड़ी में हिन्दुओं ने जौहर की राजपूत प्रथा का निर्वाह किया, अर्थात वे संघर्ष में लड़ते-लड़ते निकल पड़े। वह 15 दिनों तक दिल्ली में रहा और इस विशाल शहर को बूचड़खाने में बदल दिया था। बाद में वह कश्मीर को तबाह करते हुए समरकंद वापस आ गया। तैमूर के टेकऑफ़ के बाद, दिल्ली मृतकों के शहर के रूप में रह गई थी।

आखिर क्यों  बना 2 करोड़ लोगो की हत्या करने वाला -  तैमूरलंग 

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